Tuesday, May 19, 2020

गर्व के लक्षण



व्यवस्थाविवरण 8 अध्याय से अध्ययन

 

👉हमें नम्र बनाने के लिए जंगल जैसे की अनुभवों में प्रभु ने हमें जो लेखे आया उसे याद नहीं करना (2)

 

👉परमेश्वर के वचन को नहीं, बल्कि दुनिया की चीजों को खोजने को प्राथमिकता देना (3)

 

👉परमेश्‍वर की आवाज़ को नहीं मानना और उनके डर भय मानकर उनके मार्ग पर नहीं चलना (6,11,20)

 

👉हमें अनुशासित करने के लिए परमेश्वर जो हमें ताड़ना देता है उससे सबक नहीं लेना और खुद को अनुशासित नहीं करना (5)

 

👉विजय और समृद्धि में खुद के शक्ति और पराक्रम को कारण ठहराना और परमेश्वर को स्मरण नहीं रखना (17,18)


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