गिनती 36 अध्याय से अध्ययन
👉 दूसरों और परमेश्वर की सुनें और अपने ही बात पर हटल न रहें
(2,5)
👉 प्रभु के वचन के अनुसार निर्णय लें (5)
👉 चुगली करने के बजाय लोगों के सामने बोलें (1)
👉 ईश्वरीय अगुवों द्वारा किए गए निर्णयों पर विश्वास करें और उनका पालन करें (10)
No comments:
Post a Comment