Monday, April 27, 2020

मन्नत या वाचा



गिनती 30 अध्याय से अध्ययन

👉 मन्नतें जो प्रभु के साथ बांधते हैं उसके निमित परमेश्वर और परिवार में एक दूसरों के लिए जवाबदेह हम होते हैं (1,3,6)

👉 प्रभु के साथ किए गए मन्नत को न तोड़ें, बल्कि उसे पूरा करें (2)

👉 मन्नत जो बिना सोच विचार किए माना गया उसके प्रति जब परिवार के सदस्य अपने अस्वीकृति पेश करें तो प्रभु में उसका सम्मान करें (6)

👉 जो व्यक्ति परमेश्वर के साथ वाचा बांधता है (मन्नत मानता), उसके मन्नत के प्रति हमारे असंवेदनशीलता हमें दोषी बनाती है (15)

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