गिनती 26 और 27 अध्याय से अध्ययन
👉 परमेश्वर के विरुद्ध बलवा नहीं करें (26:9)
👉 परमेश्वर के प्रति अपने डर-भय मानने की जीवन के द्वारा दूसरों के लिए एक सही उदाहरण बने न की दूसरों के लिए एक चेतावनी के रूप में समाप्त हो जाएँ (26:10)
👉 पवित्रता को पुनर्स्थापित करें (26:61)
👉 रास्ते में बिना डगमगाए अपने परमेश्वर-नियुक्त मंजिल पर पहुँचें (26:65)
👉 अतीत के गलती और पाप
में न रहें बल्कि आगे बढ़ें (27:3,4)
👉 चुनौतीपूर्ण स्थितियों में आवेग के साथ प्रतिक्रिया न करें, लेकिन श्रद्धापूर्वक परमेश्वर के निर्देशों का पालन करें (27:14)
👉 परमेश्वर द्वारा नियुक्त नेतृत्व का सम्मान करें और सौंपें (27:21)
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