गिनती
15 अध्याय से अध्ययन
👉परमेश्वर के वचन का पालन करें और उसकी आज्ञाओं का तिरस्कार न करें [Obey] (31)
👉अपने दिल और आँखों की अभिलाषा का पीछा न करें [Follow
Not] (39)
👉हर बात में पहले प्रभु को खोजें और धन्यवाद दें [First
Seek God] (21,19)
👉सभी लोगों के साथ समान व्यवहार करें [Equally
Treat] (16)
👉मनफिरायें और पापों के लिए पुनर्स्थापन करें [Repent]
(22,27)
👉दल, परिवार और समुदाय में समान पारस्परिक जवाबदेही [Impart
Accountability] (26,32-34)
👉पवित्रता में कभी समझौता न करें और हमेशा परमेश्वर के प्रभुता के तले रहें [Never
Compromise] (40,41)
👉परमेश्वर की अगुवाई के अनुसार और परमेश्वर को प्रसन्न करने के लिए दें [Give]
(3)
No comments:
Post a Comment