Saturday, April 18, 2020

बलवाई बनाम धर्मी [Rebellious Vs Righteous]



गिनती 16 और 17 अध्याय से अध्ययन

👎 बलवाई लोगों के दिमाग को भ्रष्ट करते हैं (16:1,2)
👍 धर्मी लोगों को दुष्टता से सावधान करते हैं (16:11,26; 17:10)

👎 बलवाई गर्व, स्वार्थ और ईर्ष्या से प्रेरित होते हैं (16:3,4)
👍 धर्मी विनम्रता और परमेश्वर-केंद्रितता से प्रेरित होते हैं (16:9)

👎 बलवाई असंतुष्ट और अधन्यवादी होते हैं (16: 9,10,12)
👍 धर्मी संतुष्ट होते हैं और व्यक्तिगत लाभ के लिए अपनी स्थिति का लाभ नहीं उठाते हैं (16:15)

👎 बलवाई प्रभु में उनकी बुलाहट और अभिषेक को भूल जाते हैं (16: 9)
👍 धर्मी हमेशा याद रखते हैं कि वे परमेश्वर के द्वारा भेजे गए हैं (16:28)

👎 बलवाई दूसरों को समाप्त करने और नष्ट करने की कोशिश करते हैं (16:3,4,41)
👍 धर्मी विरोध करने वालों की भी भलाई चाहते हैं (16:45,46)

👎 बलवाई लोगों की ओर ताकते हैं ताकि उनके बल पर विद्रोह कर सके (16:2,42)
👍 धर्मी परमेश्वर की ओर ताकते हैं और उनका बल खोजते हैं (16:42)

👎 बलवाई परमेश्वर और नेतृत्व का आज्ञा नहीं मानते हैं और उनको तुच्छ समझते हैं (16:13,14)
👍 धर्मी लोगों को शामिल करते हैं और परमेश्वर की आज्ञा मानते हैं (16:12,36,37,23; 17:1)

👎 बलवाई पद और अपने हिस्सा को खोजते हैं (16:10,13,14)
👍 धर्मी परमेश्वर और उनकी इच्छा खोजते हैं (17:5)

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